नियमित योग अभ्यास से आत्मबल और स्वास्थ्य में वृद्धि- डॉ रक्षित

नियमित योग अभ्यास से आत्मबल और स्वास्थ्य में वृद्धि- डॉ रक्षित

नियमित योग अभ्यास से आत्मबल और स्वास्थ्य में वृद्धि- डॉ रक्षित
जशपुर, 21 जून। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जहाँ समूहों में सामूहिक योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, वहीं कई लोग व्यक्तिगत रूप से भी नियमित योगाभ्यास के माध्यम से अपने जीवन को स्वस्थ और संतुलित बना रहे हैं।ऐसे ही एक उदाहरण हैं डॉ विजय रक्षित, जो प्रतिदिन प्रातःकाल एकांत वातावरण में योगासन, प्राणायाम और ध्यान करते हैं। उनका मानना है कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक शुद्धि का मार्ग है।
डॉ विजय रक्षित का कहना है कि योग के नियमित अभ्यास से उन्हें न केवल तनाव से मुक्ति मिली है, बल्कि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि वे पिछले तीस वर्षों से योगाभ्यास कर रहे हैं और इससे उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। अभी मैं तीन वर्ष से कैंसर पीड़ित हूं,पर योग ने मुझे नया जीवन ज़ीने की प्रेरणा दी।उनकी यह व्यक्तिगत पहल समाज के लिए प्रेरणास्पद है और यह दर्शाती है कि यदि हर व्यक्ति अपने स्तर पर योग को अपनाए, तो एक स्वस्थ और सशक्त समाज का निर्माण संभव है।