*जशपुर एक ऐतिहासिक अध्ययन" के लेखक डॉ. विजय रक्षित से इतिहास के व्याख्याताओं ने किया सौजन्य भेंट*
*जशपुर एक ऐतिहासिक अध्ययन" के लेखक डॉ. विजय रक्षित से इतिहास के व्याख्याताओं ने किया सौजन्य भेंट*
जशपुर नगर | 18 जुलाई 2025
"यशस्वी जशपुर" कार्यक्रम के अंतर्गत इतिहास विषय के सफलतापूर्वक संपन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम के पश्चात जिले के इतिहास विषय के व्याख्याताओं ने जशपुर के प्रख्यात इतिहासकार, लेखक एवं वरिष्ठ प्राध्यापक/प्राचार्य डॉ. विजय रक्षित से सौजन्य मुलाकात की।
इस अवसर पर डॉ. विजय रक्षित द्वारा लिखित "जशपुर: एक ऐतिहासिक अध्ययन" तथा "जशपुर रियासत का इतिहास" पुस्तकों पर विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने इतिहास विषय के शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि "अब यह आप सभी की ज़िम्मेदारी है कि जशपुर के समृद्ध इतिहास को विद्यार्थियों तक गहराई से पहुँचाया जाए और क्षेत्रीय इतिहास को राष्ट्रीय विमर्श से जोड़ा जाए।"
उन्होंने विशेष रूप से जिले के इतिहास शिक्षकों के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें क्षेत्रीय ऐतिहासिक दस्तावेजीकरण के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर डॉ. रक्षित ने उपस्थित व्याख्याताओं को अपनी पुस्तक भेंट की और उनमें ऐतिहासिक शोध की रुचि जागृत करने का आग्रह किया।
इस महत्वपूर्ण चर्चा में इतिहास विषय के वरिष्ठ व्याख्याता जयेश सौरभ टॉपनो, डॉ. मिथलेश पाठक, डॉ. विनय प्रभा, राजेंद्र प्रेमी, मधु बंजारे, विमला भगत, महेश केरकेट्टा, एवं असिम तिग्गा उपस्थित रहे।
यह विशेष संयोग रहा कि उपस्थित सभी विषय विशेषज्ञ एवं शिक्षक शासकीय एन.ई.एस. महाविद्यालय, जशपुर के छात्र रहे हैं, जहाँ डॉ. विजय रक्षित ने वर्षों तक शिक्षा प्रदान की। इस आत्मीय मिलन और मार्गदर्शन के लिए सभी शिक्षकों एवं छात्रों ने डॉ. रक्षित का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम ने न केवल ऐतिहासिक साहित्य के महत्व को रेखांकित किया, बल्कि स्थानीय इतिहास के संरक्षण और शिक्षण में शिक्षक की केंद्रीय भूमिका को भी सशक्त रूप में सामने रखा।