एनएसएस स्थापना दिवस पर सेवा, अनुशासन और खेलभावना का संदेश

एनएसएस स्थापना दिवस पर सेवा, अनुशासन और खेलभावना का संदेश
एनएसएस स्थापना दिवस पर सेवा, अनुशासन और खेलभावना का संदेश
एनएसएस स्थापना दिवस पर सेवा, अनुशासन और खेलभावना का संदेश

एनएसएस स्थापना दिवस पर सेवा, अनुशासन और खेलभावना का संदेश

गहिरा गुरुजी महाविद्यालय, बगीचा में कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न

बगीचा। शासकीय संत रामेश्वर गहिरा गुरुजी महाविद्यालय, बगीचा में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) का स्थापना दिवस बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। दिनभर चले इस आयोजन में सेवा, अनुशासन और खेलभावना का अद्भुत संगम देखने को मिला।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया, जिसने वातावरण को उल्लासमय बना दिया।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राजीव रंजन तिग्गा ने स्वागत उदबोधन में एनएसएस की ऐतिहासिक भूमिका और उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह योजना युवाओं में समाजसेवा और राष्ट्र निर्माण की भावना विकसित करती है।

विशिष्ट अतिथि श्री एल.आर. चौहान ने अपने प्रेरणादायक उदबोधन में कहा – “अनुशासन ही सफलता का आधार है। यदि छात्र-छात्राएं आत्मविश्वास और मेहनत से आगे बढ़ें तो कोई लक्ष्य कठिन नहीं।”
मुख्य अतिथि नगर पंचायत बगीचा के अध्यक्ष श्री प्रभात सिदाम ने युवाओं को सेवा और समर्पण के साथ कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एनएसएस जैसे मंच छात्रों को समाजसेवा और नेतृत्व का अवसर प्रदान करते हैं।

स्थापना दिवस का मुख्य आकर्षण रहा वॉलीबॉल मैच, जिसकी शुरुआत मुख्य अतिथि ने खिलाड़ियों से परिचय लेकर और शुभकामनाएं देकर की। मैच का संचालन रेफरी श्री शिवदत्त पाठक की अगुवाई में हुआ, जिन्होंने निष्पक्षता और अनुशासन के साथ खेल को सफलतापूर्वक संपन्न कराया।
रोमांचक मुकाबले में खिलाड़ियों ने जबरदस्त संघर्ष दिखाया और अंततः राजपुरी टीम विजयी रही। टीम के कप्तान आशीष रवि एवं उपकप्तान शंकर सारथी ने शानदार नेतृत्व करते हुए जीत दर्ज की। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
समापन अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य शरद कुमार नेताम ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए कहा कि – “एनएसएस स्थापना दिवस न केवल विद्यार्थियों में सेवा और अनुशासन की भावना जागृत करता है, बल्कि उन्हें नेतृत्व और सहयोग की दिशा में भी प्रेरित करता है

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण – प्रवीण मिंज, रश्मि प्रिया टोप्पो, करुणा खलखो, आस्था तिर्की, पूनम मानिकपुरी, संजय पांडे, गीतांजलि शर्मा, सुरेंद्र पैकरा, जगजीवन राम एवं सुशील भगत सहित एनएसएस स्वयंसेवक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने में सराहनीय योगदान दिया।